आज के एपिसोड में राही माही को सोने की चूड़ियाँ देती है। वह कहती है कि अनुपमा ने उसके लिए चूड़ियाँ खरीदी हैं। माही चूड़ियाँ पहनती है। राही कहती है कि यह माही पर बिल्कुल सही लग रही है। वह माही को आश्वस्त करती है कि वह याद रखेगी कि प्रेम उसका जीजाजी बनने वाला है। प्रेम क्रोधित हो जाता है। माही प्रेम से चूड़ियाँ देखने के लिए कहती है। अनुपमा राही से पूछती है कि जब चूड़ियाँ टाइट थीं तो उन्हें पहनने की क्या ज़रूरत थी। राही कहती है कि चूड़ियाँ माही के लिए बनी थीं। उसे दर्द हो रहा था। अनुपमा राही से पूछती है कि क्या वह केवल शारीरिक दर्द की बात कर रही है। राही प्रेम के बारे में छिपाने का फैसला करती है।
अनुपमा राही से पूछती है कि उसे क्या परेशान कर रहा है। राही कहती है कि उसे अनुपमा को खोने का डर है।अनुपमा कहती है कि राही अकेली नहीं है, क्योंकि परी, अंश, इशानी और प्रेम भी उसके हैं। राही कहती है कि प्रेम माही का है। वह आगे कहती है कि माही के बाद, उसे उसकी सबसे अच्छी बेटी बनना है। अनुपमा माही की शादी तक आनंद लेने का फैसला करती है। राही अनुपमा से सहमत होती है।राही प्रेम की मदद करती है। प्रेम राही से पूछता है कि क्या वे सच छिपाकर सही कर रहे हैं। राही कहती है कि वे सही कर रहे हैं। प्रेम कहता है, लेकिन यह सही नहीं लगता है।
वह राही को अपने प्यार के लिए एक बार लड़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। राही प्रेम की बात सुनने से इनकार कर देती है। प्रेम राही को कंबल से ढक देता है। अंश प्रेम और राही को एक साथ देखता है। वह चौंक जाता है। अंश प्रेम से राही और माही के साथ खेलने की कोशिश करने पर सवाल करता है। दोनों एक दूसरे से लड़ते हैं। अनुपमा अंश और प्रेम से पूछती है कि वे क्यों लड़ रहे हैं। अंश बताता है कि प्रेम ने माही से शादी करने का फैसला किया है, लेकिन वह राही के साथ फ्लर्ट कर रहा है।
माही प्रेम का समर्थन करती है। अंश कहता है कि माही प्यार में पागल हो गई है। राही कहती है कि प्रेम पर आरोप लगाने से पहले अंश उससे पूछ लेता। अंश बताता है कि प्रेम और राही एक ही शॉल साझा कर रहे थे। राही कहती है कि वे दूर बैठे थे और माही के बारे में चर्चा कर रहे थे। माही प्रेम पर अपना विश्वास दिखाती है। राही को प्रेम के साथ बैठने का पछतावा होता है। लीला पंडित जी को परी, अंश और राही के हाथ जांचने के लिए बुलाती है। लीला शादी से पहले प्रेम और माही की कुंडली जांचने का फैसला करती है। पंडित जी कहते हैं कि माही और प्रेम एक दूसरे के लिए उपयुक्त नहीं हैं। माही पंडित जी पर गुस्सा हो जाती है।
लीला माही को प्रेम से शादी न करने के लिए मनाने की कोशिश करती है। अनुपमा माही और प्रेम की सगाई की योजना बनाती है। माही राही से उसके हाथ पर मेहंदी लगाने के लिए कहती है। अनुपमा माही की ओर से पंडित जी से माफ़ी मांगती है। पंडित जी कहते हैं कि राही और प्रेम की जोड़ी ज़्यादा सही है।एपिसोड समाप्त!
प्रीकैप : अनुपमा प्रेम की सगाई में प्रार्थना को आमंत्रित करती है। प्रार्थना प्रेम से सगाई रोकने के लिए कहती है। माही अपनी मेंहदी खराब होने के बाद हैरान रह जाती है।