पंड्या स्टोर रिटेन अपडेट, स्पॉइलर, अपकमिंग स्टोरी, लेटेस्ट न्यूज, गॉसिप एंड अपकमिंग एपिसोड
एपिसोड की शुरुआत रावी के गुस्से से जाने से होती है। गौतम शिवा को गले लगाकर पूछता है कि क्या वे चूड़ियाँ उसके जीवन से अधिक महत्वपूर्ण हैं। शिवा कहता है कि उसे पूरा विश्वास था कि उसके भाई उसे बचा लेंगे। भाई गले मिलते हैं। शिवा प्रफुला को जाने से रोकता है और उसके हाथों पर एक उपहार का बॉक्स रखता है। इस बीच रावी एक तरबूज पर शिवा पर का अपना गुस्सा निकाल रही थी। धारा रावी को फोन करती है और पूछती है कि वह कहाँ है। रावी कहती है कि शिवा को अपनी चूड़ियाँ वापस मिल गईं हैं और अब उसकी उपस्थिति कोई मायने नहीं रखती। प्रफुला की चीख सुनकर धारा रुक जाती है। धारा वीडियो कॉल करती है और रावी को दिखाती है कि शिवा ने प्रफुला को नई चूड़ियाँ उपहार में दी हैं।
शिवा कहता है कि धारा ने उसे सिखाया है कि एक विवाहित महिला को हमेशा चूड़ियां पहननी चाहिए। वह उसे उसके नाम पर बिल सौंपता है। यह देखकर रावी इमोशनल हो जाती है। रावी को शिवा की योजना का एहसास होता है और कहती है कि अगर उसने उसे अपनी योजना के बारे में बताया होता, तो इतना ड्रामा नहीं होता। गौतम शिवा से पूछता है कि क्या उसने इस उद्देश्य के लिए अपनी जमीन गिरवी रखी थी। सुमन यह सुनती है और इस बारे में पूछती है। धारा उसे समझाती है कि शिवा ने प्रफुला से चूड़ियाँ लेने के लिए अपनी जमीन गिरवी रखी थी।
अनीता प्रफुला से कहती है कि अपने पास जो कुछ है उससे खुश हो जाओ और वही ले लो। शिवा ऋषिता को बताता है कि दूसरे दिन जब उसने उसे एक ट्रक के साथ देखा था, तो वह ट्रक बेच रहा था। वह कहता है कि वह अगले दिन अपने छह ट्रक बेचने वाला है और वह वो पैसा रसिक को दे देगा। शिवा गौतम से कहता है कि वह भी परिवार चलाने में उनकी मदद करना चाहता है। देव ने हां में सिर हिलाया। शिवा ने गौतम को गले लगाया। कृष ने उन्हें गले लगा लिया। धारा याद दिलाती है कि उन्होंने रवि के जन्मदिन का केक नहीं काटा है। रावी तरबूज का टुकड़ा पकड़े रो रही थी जिस पर शिव का नाम लिखा था। अनीता और प्रफुला वहाँ आते हैं।
अनीता वह चूड़ियाँ दिखाती है जो शिवा ने रावी को उपहार में दी थीं। वह धारा के सामने शिवा की तारीफ करती है। प्रफुला कहती है कि शिवा ने इन चूड़ियों को उसके पैसे से खरीदा है। पैसे के लिए उसने अपनी जमीन गिरवी रख दी। उस जमीन पर रावी का भी अधिकार है, इसलिए जमीन भी उसी (प्रफुला) की है। रावी कहती है कि प्रफुला कभी भी अपने तरीके नहीं सुधार सकती। धारा वहां आती है और रावी को बुलाती है। वह धारा को गले लगाती है। धारा रावी को याद दिलाती है कि उसने बताया था कि शिवा के इरादे कभी गलत नहीं हो सकते।
रावी उससे माफी मांगती है और कहती है कि वह शिव से माफी नहीं मांगेगी क्योंकि वह उसका साथ नहीं चाहता है। धारा कहती है कि रावी चाहे तो घर लौट सकती है। परिवार वहां आता है और चिल्लाता है कि कोई मजबूरी नहीं है। शिवा चुप रहता है। धारा और परिवार जाने लगता है। रावी उन्हें रोकती है और कहती है कि उसने अभी तक केक नहीं काटा है और कृष से पूछती है कि क्या वह उसके बैग बाद में लाएगा। कृष खुशी-खुशी शिवा को गले लगाकर राज़ी हो जाता है। परिवार के साथ हैप्पी बर्थडे गाना गाते हुए रावी ने केक काटा। रावी सभी को केक खिलाती है। धारा ने शिवा से रावी को केक खिलाने के लिए कहा। शिवा आज्ञा मानता है और रावी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देता है।
रावी शिवा को चिढ़ाती है और उसे जोर से बोलने के लिए कहती है। शिवा चिल्लाता है हैप्पी बर्थडे रावी। परिजन हंस पड़े। देव ने ऋषिता से पूछा कि क्या हुआ। ऋषिता बताती है कि शिवा को जमीन गिरवी रखने की क्या जरूरत है। देव ने विषय को मोड़कर रावी को केक खिलाने के लिए कहा। ऋषिता ऐसा करती है और अपना हाथ साफ करने के लिए एक टिशू पेपर लाने जाती है। देव रावी को केक खिलाने से हिचकिचाता है। वह पूछता है कि क्या वह फिर से उसकी दोस्त बनेगी। रावी हंसती है। देव कहता है कि वह शादी के बाद पहली बार उसे मुस्कुराते हुए देख रहा है और उससे माफी मांगता है। शिवा उन्हें देखता है और बुरा महसूस करता है। देव ने रावी को केक खिलाया। धारा शिवा के पास आती है और रावी को उसका उपहार देने के लिए कहती है। वह कहता है कि वह बाद में देगा।
सुमन और गौतम वहाँ आते हैं। सुमन शिवा को रावी को उसका उपहार देने के लिए मनाती है। शिवा अपना उपहार लेकर रावी के पास जाता है। रावी उसे चिढ़ाती है। शिवा मानता है कि उसने रावी के साथ गलत किया, लेकिन यह पूर्व नियोजित नहीं था, लेकिन जो हुआ उसे वे बदल नहीं सकते। रावी पूछती है कि वह बात क्यों घुमा रहा है। कृष कहता है कि शिवा उससे सॉरी कहने की कोशिश कर रहा है। रावी कहती है कि शिवा को सीधे कह देना चाहिए। कृष ने फिर टिप्पणी की। धारा कृष के मुंह में केक डालकर उसे बंद कर देती है और उससे कहती है कि रावी और शिवा को अपने मतभेदों को अपने आप हल करने दें।
रावी – शिवा को एक साथ देखकर गौतम और धारा खुश हो जाते हैं। दूसरी ओर एक आदमी जनार्दन को फोन करता है और कहता है कि उसने सौदा किया है और उसे अगले दिन शिवा से पैसे मिलेंगे। जनार्दन पूछता है कि क्या उनका काम हो गया है। वह आदमी जनार्दन को आश्वासन देता है कि शिवा अवैध व्यापार के इल्जाम में जेल जाएगा। जनार्दन कहता है कि वह शिवा को फंसाकर पांड्या स्टोर का लाइसेंस रद्द करवाएगा। जनार्दन फोन काट देता है और कहता है कि गौतम और उसका परिवार बर्बाद हो जाएगा, फिर वह अपनी बेटी ऋषिता को वापस ले लेगा। वह मुस्कुराता है।
प्रीकैप: अवैध व्यापार के इल्जाम में शिवा गिरफ्तार हो जाता है।